10 मिनट में बनाएं लाजवाब राजस्थानी दाल ढोकली, जानें रेसिपी – Dal Dhokli

राजस्थानी दाल ढोकली एक पारंपरिक व्यंजन है जिसमें मसालेदार दाल और गेहूं के आटे से बनी ढोकली को एक साथ पकाया जाता है। इसे बनाने में बहुत कम समय और सामग्री लगती है, लेकिन इसका स्वाद लाजवाब होता है।

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राजस्थानी दाल ढोकली क्या है?

राजस्थानी दाल ढोकली एक पारंपरिक व्यंजन है जिसमें मसालेदार दाल और गेहूं के आटे से बनी ढोकली को एक साथ पकाया जाता है। इसे बनाने में बहुत कम समय और सामग्री लगती है, लेकिन इसका स्वाद लाजवाब होता है।

Contents
राजस्थानी दाल ढोकली क्या है?पारंपरिक राजस्थानी व्यंजन महत्वसामान्य दाल ढोकली से कैसे अलग है?विभिन्न प्रकार के दाल ढोकलीदाल ढोकली का इतिहास और उत्पत्तिस्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन का महत्वसेहत के लिए लाभकारी गुणभारतीय रसोई में इसकी भूमिकाआवश्यक सामग्रीमुख्य सामग्रीदाल: प्रकार और चयनढोकली बनाने के लिए अनाज का प्रकारमसाले और सब्जियाँमसालों की सूचीआवश्यक मसाले और उनके अनुपातताजे मसालों का उपयोगस्वाद और गंध को बढ़ाने वाले मसालेसजावट और परोसने की सामग्रीअतिरिक्त सजावट के लिए विकल्पसुन्दर एवं आकर्षक परोसनातैयारी की विधिदाल को तैयार करनादाल को भिगोने की सही विधिदाल को पकाने की प्रक्रियादाल में मसाले डालने का समयढोकली तैयार करनाआटे को सानना और पतला बेलनाढोकली को काटने के विभिन्न आकारढोकली को दाल में डालने की विधिएक साथ पकानादाल और ढोकली का मेलउपयुक्त समय और तापमाननियमित चलाते रहनापकवान का अंतिम रूप और स्वादस्वाद को सुधारने के लिये उपायअतिरिक्त मसाले जोड़ने के तरीकेगाढ़ापन और स्वाद का संतुलनबदलते मौसम के अनुसार टिप्सपरोसने के सुझावथाली सजानास्वास्थ्यवर्धक पेय के साथ परोसना

पारंपरिक राजस्थानी व्यंजन महत्व

राजस्थानी व्यंजन अपनी विशेष बनावट और स्थानीय मसालों के उपयोग के लिए जाने जाते हैं। ये व्यंजन न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं बल्कि पौष्टिक भी होते हैं।

सामान्य दाल ढोकली से कैसे अलग है?

राजस्थानी दाल ढोकली में खास मसालों और स्थानीय सामग्रियों का उपयोग किया जाता है, जो इसे एक अनोखा स्वाद और सुगंध देते हैं।

विभिन्न प्रकार के दाल ढोकली

दाल ढोकली के अनेक प्रकार हैं, जैसे गुजराती दाल ढोकली, महाराष्ट्रीयन दाल ढोकली आदि। हर राज्य में इसे अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है।

दाल ढोकली का इतिहास और उत्पत्ति

स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन का महत्व

सेहत के लिए लाभकारी गुण

दाल ढोकली में मौजूद दाल प्रोटीन का मुख्य स्रोत होती है, और इसके साथ जो मसाले उपयोग होते हैं, वे हमारे पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करते हैं।

भारतीय रसोई में इसकी भूमिका

भारतीय रसोई में विविधता और पौष्टिकता का प्रमुख स्थान है। राजस्थानी दाल ढोकली इस कसौटी पर खरे उतरती है।

आवश्यक सामग्री

मुख्य सामग्री

दाल ढोकली बनाने के लिए मुख्य सामग्री हैं:

  • तुअर दाल – ½ कप (100 ग्राम)
  • गेहूं का आटा –  ½ कप (75 ग्राम)
  • बेसन – 2 टेबल स्पून (20 ग्राम)
  • टमाटर – 1 (बारीक कटा हुआ)
  • घी – 2-3 टेबल स्पून
  • हींग – 1 पिंच

दाल: प्रकार और चयन

आम तौर पर अरहर (तूर) दाल या मूंग दाल का प्रयोग किया जाता है। इसे अच्छी तरह से धोकर और भिगोकर इस्तेमाल करना चाहिए।

ढोकली बनाने के लिए अनाज का प्रकार

ढोकली बनाने के लिए गेहूं का आटा, बेसन और नमक की जरूरत होती है। इसे गूंथकर पतला बेल लिया जाता है।

मसाले और सब्जियाँ

दाल ढोकली में उपयोग होने वाले मसाले:

  • हल्दी पाउडर – ¼ छोटी चम्मच
  • लाल मिर्च पाउडर – ¼ छोटी चम्मच
  • जीरा – ½ छोटी चम्मच
  • धनियां पाउडर – 1 छोटी चम्मच
  • सूखी लाल मिर्च – 1
  • करी पत्ता – 7-8
  • हरी मिर्च – 1 (बारीक कटी हुई)
  • हरा वाला धनिया – १ चमच (छोटे छोटे बारीक कटा हुवा हरा धनिया )
  • नमक – 1.5 छोटी चमच या फिर स्वादानुसार
  • अजवायन – ¼ छोटी चम्मच से कम

मसालों की सूची

आवश्यक मसाले और उनके अनुपात

हल्दी और धनिया पाउडर का अनुपात 1:2 होना चाहिए। लाल मिर्च पाउडर अपने स्वाद के अनुसार डालें।

ताजे मसालों का उपयोग

ताजे अदरक और लहसुन का पेस्ट इसका स्वाद और गंध को बढ़ाता है।

स्वाद और गंध को बढ़ाने वाले मसाले

अमचूर पाउडर और गरम मसाला इसका विशेष स्वाद उभरता है।

सजावट और परोसने की सामग्री

गर्म-गर्म दाल ढोकली को घी, हरा धनिया और नींबू के साथ सजाकर परोसें।

अतिरिक्त सजावट के लिए विकल्प

आप पुदीना पत्तियों और सूखी मेथी पत्तियों का भी उपयोग कर सकते हैं।

सुन्दर एवं आकर्षक परोसना

दाल ढोकली को थाली में सुंदर तरीके से सजाएं और इसे आकर्षक बनाएं।

तैयारी की विधि

दाल को तैयार करना

दाल को भिगोने की सही विधि

दाल को 30 मिनट पहले अच्छी तरह धोकर भिगो दें।

दाल को पकाने की प्रक्रिया

दाल को कुकर में डालकर दो सीटी लगाएं और पकाएं।

दाल में मसाले डालने का समय

दाल में मसाले तब डालें जब वह 70% पक चुकी हो।

ढोकली तैयार करना

आटे को सानना और पतला बेलना

गेहूं के आटे में नमक मिलाकर सान लें और इसे पतला बेलें।

ढोकली को काटने के विभिन्न आकार

आप चौकोर, आयताकार या त्रिकोण आकार में काट सकते हैं।

ढोकली को दाल में डालने की विधि

पकी हुई दाल में धीरे-धीरे ढोकली के टुकड़े डालें और लगातार चलाते रहें।

एक साथ पकाना

दाल और ढोकली का मेल

दाल और ढोकली को एक साथ 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।

उपयुक्त समय और तापमान

मध्य ताप पर पकाना सबसे उचित होता है।

नियमित चलाते रहना

दाल और ढोकली चिपक न जाए, इसलिए नियमित रूप से चलाते रहना जरूरी है।

पकवान का अंतिम रूप और स्वाद

स्वाद को सुधारने के लिये उपाय

अतिरिक्त मसाले जोड़ने के तरीके

गाढ़ापन बढ़ाने के लिए आप उसमें थोड़ा ताजा मलाई भी डाल सकते हैं।

गाढ़ापन और स्वाद का संतुलन

अगर दाल बहुत गाढ़ी लग रही हो, तो थोड़ा पानी डाल सकते हैं।

बदलते मौसम के अनुसार टिप्स

सर्दी में इसे थोड़े अधिक मसालेदार और गर्मी में हल्के मसाले वाले रूप में बना सकते हैं।

परोसने के सुझाव

थाली सजाना

दाल ढोकली को रोटी, आचार और पापड़ के साथ परोसें।

स्वास्थ्यवर्धक पेय के साथ परोसना

छाछ या मट्ठा के साथ परोसें।

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